Tejashwi Yadav: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले बयानों की जंग तेज हो गई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बीजेपी और जेडीयू पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को “परिस्थितियों का मुख्यमंत्री” बताया और कहा कि बिहार की जनता उन्हें मुख्यमंत्री बनाना ही नहीं चाहती।
Tejashwi Yadav: नीतीश कुमार को बताया ‘परिस्थितियों का मुख्यमंत्री’
शुक्रवार (28 फरवरी) को मीडिया से बातचीत में तेजस्वी यादव ने कहा,
“नीतीश कुमार परिस्थितियों के मुख्यमंत्री हैं। जेडीयू तीसरे नंबर की पार्टी है। बिहार की जनता ने तो पहले ही उन्हें नकार दिया था, लेकिन जोड़-तोड़ की राजनीति करके वह मुख्यमंत्री बने हुए हैं।”
पीएम मोदी के ‘लाडला मुख्यमंत्री’ वाले बयान पर तंज
कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भागलपुर दौरे के दौरान नीतीश कुमार को “लाडला मुख्यमंत्री” कहा था। इस पर तंज कसते हुए तेजस्वी यादव ने कहा,
“अभी लाडला मुख्यमंत्री कहना उनकी मजबूरी है।”
Tejashwi Yadav: नीतीश के बेटे निशांत पर भी बोले तेजस्वी
जब मीडिया ने सवाल किया कि नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने जनता से अपील की है कि इस बार जेडीयू को ज्यादा सीटें दें, तो तेजस्वी यादव ने व्यंग्य करते हुए कहा,
“पहले तो कहने की जरूरत नहीं पड़ती थी, अब तो कहने की भी जरूरत पड़ रही है।”
Tejashwi Yadav: ‘निशांत हमारे भाई हैं, जल्दी राजनीति में आएं’
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के बेटे निशांत को राजनीति में आने की सलाह दी। उन्होंने कहा,
“निशांत हमारे भाई हैं, उनका आदर और सम्मान है। हम तो चाहेंगे कि वो जल्दी राजनीति में आ जाएं, नहीं तो बीजेपी जेडीयू को खत्म कर देगी। यह शरद यादव जी की बनाई हुई पार्टी है।”
Tejashwi Yadav: अगर निशांत आए तो जेडीयू बच सकती है’
जब उनसे पूछा गया कि अगर निशांत राजनीति में आते हैं तो क्या जेडीयू बच सकती है, तो तेजस्वी यादव ने कहा,
“कुछ संभावनाएं रहेंगी, शायद बच जाए। निशांत को पार्टी के लिए कैसा काम करना है, यह देखना होगा।”
Tejashwi Yadav: हम खुद जनता की जरूरत पर राजनीति में आए’
तेजस्वी यादव ने कहा,
“हमारे माता-पिता या परिवार ने हमें राजनीति में आने के लिए मजबूर नहीं किया था। लेकिन बिहार के लोगों, हमारे वोटर्स, कार्यकर्ताओं और नेताओं ने महसूस किया कि हमें आना चाहिए, इसलिए हम राजनीति में आए।”
Tejashwi Yadav: बिहार की राजनीति में नया मोड़?
तेजस्वी यादव के इन बयानों के बाद बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि नीतीश कुमार और जेडीयू इसका क्या जवाब देते हैं और क्या निशांत कुमार राजनीति में सक्रिय होंगे या नहीं।
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