Palghar: महाराष्ट्र के पालघर जिले में 16 वर्षीय एक नाबालिग लड़की के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म करने के आरोप में पुलिस ने एक 22 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। यह मामला तब सामने आया जब मेडिकल जांच में लड़की को छह माह की गर्भवती पाया गया। घटना पालघर के नालासोपारा इलाके की है, जहां आरोपी और पीड़िता एक ही क्षेत्र में रहते थे और एक-दूसरे को जानते थे।
Palghar: कैसे सामने आया मामला?
पीड़िता की तबीयत बिगड़ने पर जब परिवार उसे अस्पताल ले गया, तो डॉक्टरों ने उसकी मेडिकल जांच की। इस जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि वह छह माह की गर्भवती है। इसके बाद लड़की की मां ने पुलिस से संपर्क कर पूरे मामले की जानकारी दी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
Palghar: घटना का पूरा विवरण
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी पिछले महीने की शुरुआत में लड़की के घर गया था, जब वह अकेली थी। इसी दौरान उसने कथित रूप से लड़की के साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता की ओर से किसी को कुछ न बताए जाने के कारण यह मामला लंबे समय तक छिपा रहा। लेकिन जब लड़की की सेहत बिगड़ने लगी, तो परिवार को इस बारे में पता चला और फिर मामला पुलिस तक पहुंचा।
Palghar: पुलिस की त्वरित कार्रवाई
शिकायत दर्ज होने के बाद अचोले पुलिस स्टेशन की टीम ने तेजी से कार्रवाई की और आरोपी को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 64 (दुष्कर्म) और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
Palghar: मेडिकल जांच और फॉरेंसिक सबूत
पुलिस इस मामले में फॉरेंसिक जांच और अन्य साक्ष्य जुटा रही है ताकि आरोपी को कठोरतम सजा दिलाई जा सके। मेडिकल रिपोर्ट और डीएनए टेस्ट से यह साबित करने की कोशिश की जा रही है कि गर्भावस्था का कारण आरोपी ही है।
Palghar: नाबालिगों की सुरक्षा पर बढ़ती चिंता
यह घटना एक बार फिर नाबालिगों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता उत्पन्न करती है। पोक्सो अधिनियम के तहत नाबालिगों से जुड़े यौन अपराधों में कठोर सजा का प्रावधान है, लेकिन इसके बावजूद इस तरह की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।
Palghar: परिवार और समाज की प्रतिक्रिया
पीड़िता के परिवार ने आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। वहीं, स्थानीय समाजसेवकों और महिला संगठनों ने भी इस घटना की निंदा की है और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए आवाज उठाई है।
इस घटना ने फिर से यह दर्शाया है कि समाज में नाबालिगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कानूनों को और प्रभावी बनाना होगा। इसके साथ ही, जागरूकता बढ़ाने और समाज में ऐसे अपराधों को रोकने के लिए सभी को एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है।
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