ACB Investigation: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है। उनके अनुसार, बीजेपी ने 16 उम्मीदवारों को कॉल कर 15-15 करोड़ रुपये और मंत्री पद का ऑफर दिया ताकि वे आम आदमी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो जाएं। इस आरोप के बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मामले की जांच के आदेश दिए, और अब एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम सक्रिय हो गई है।
ACB Investigation: ACB की कार्रवाई और केजरीवाल के घर पर टीम की मौजूदगी
एसीबी की चार सदस्यीय टीम इस मामले में जांच के लिए केजरीवाल के घर पहुंची, लेकिन अब तक उसे घर के अंदर जाने की अनुमति नहीं मिली है। टीम के सदस्य बाहर ही इंतजार कर रहे हैं, जबकि आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया भी केजरीवाल के आवास पहुंचे हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि एसीबी अधिकारियों के पास अभी तक कोई आधिकारिक नोटिस नहीं है।
आम आदमी पार्टी के लीगल हेड संजीव नासियार ने कहा, “यह बहुत ही हैरान करने वाली बात है कि एसीबी टीम के पास कोई आधिकारिक निर्देश या कागजात नहीं हैं। वे लगातार फोन पर किसी से बात कर रहे हैं। हमने उनसे जांच का नोटिस मांगा, लेकिन उनके पास कुछ भी नहीं है।” उन्होंने आरोप लगाया कि यह पूरी कार्रवाई बीजेपी द्वारा राजनीतिक नाटक रचने की साजिश है और जल्द ही इसका पर्दाफाश होगा।
ACB Investigation: संजय सिंह के बयान दर्ज कर रही है ACB
सूत्रों के अनुसार, ACB आम आदमी पार्टी द्वारा लगाए गए खरीद-फरोख्त के आरोपों को लेकर पार्टी सांसद संजय सिंह का बयान दर्ज कर रही है। संजय सिंह ने मीडिया के सामने कहा कि 16 से अधिक विधायकों को तोड़ने की कोशिश की गई है और उन्होंने इस साजिश में शामिल एक फोन नंबर का खुलासा भी किया है।
उन्होंने कहा, “हमने एसीबी कार्यालय में शिकायत दर्ज करवाई है। लेकिन एसीबी कार्रवाई करने के बजाय ड्रामा कर रही है। जांच के दौरान सभी बातें सामने आ जाएंगी। हमने जो नंबर जारी किया है, मैं बीजेपी के दलालों से कहना चाहता हूं कि उस एक नंबर पर ही कार्रवाई करके दिखाएं।”
ACB Investigation: अरविंद केजरीवाल ने क्या कहा?
अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा था कि कुछ सर्वे एजेंसियां दावा कर रही हैं कि बीजेपी को दिल्ली में 55 से ज्यादा सीटें मिल रही हैं। लेकिन, अगर यह सच है, तो फिर हमारे उम्मीदवारों को फोन करने की जरूरत क्यों पड़ी?
केजरीवाल ने कहा, “पिछले दो घंटे में हमारे 16 उम्मीदवारों के पास फोन आए हैं कि आम आदमी पार्टी छोड़कर बीजेपी में आ जाओ, मंत्री बना देंगे और 15-15 करोड़ रुपये मिलेंगे। अगर उनकी पार्टी की 55 से ज्यादा सीटें आ रही हैं, तो हमारे उम्मीदवारों को तोड़ने की जरूरत क्यों पड़ी?”
उन्होंने आगे कहा कि यह सब एक फर्जी सर्वे के जरिए माहौल बनाने की चाल है ताकि आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों को कमजोर किया जा सके। लेकिन आम आदमी पार्टी का एक भी उम्मीदवार नहीं टूटेगा।
ACB Investigation: मंत्री मुकेश अहलावत और विधायक विनय मिश्रा के दावे
आम आदमी पार्टी के मंत्री मुकेश अहलावत ने दावा किया कि उन्हें बीजेपी से फोन आया था। उन्होंने कहा, “मुझे फोन पर कहा गया कि प्रवेश वर्मा ने फोन मिलाया है और आपसे मिलना चाहते हैं। उन्होंने मुझसे कहा कि आप हमारे साथ आ जाओ, इसमें आपका फायदा ही है।”
इसी तरह, विधायक विनय मिश्रा ने भी ऐसा ही दावा किया और कहा कि उन्हें बीजेपी में शामिल होने के लिए 15 करोड़ रुपये और मंत्री पद का ऑफर दिया गया था।
ACB Investigation: विवाद का राजनीतिक भविष्य क्या होगा
यह मामला अब तूल पकड़ चुका है, जहां एक तरफ आम आदमी पार्टी इसे बीजेपी की साजिश करार दे रही है, वहीं दूसरी तरफ एसीबी इसकी जांच में जुटी है। अगर ये आरोप सही साबित होते हैं, तो यह एक बड़ा राजनीतिक घोटाला बन सकता है। अब यह देखना होगा कि आगे की जांच में क्या निकलकर सामने आता है और इस पूरे विवाद का राजनीतिक भविष्य क्या होगा।