Rajsthan: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के मांडल थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां गाडरी खेड़ा गांव में सरसों की खेती की आड़ में अवैध रूप से अफीम की खेती की जा रही थी। पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर मौके पर छापा मारा गया, जहां लगभग 1500 से अधिक अफीम के पौधे लहलहा रहे थे। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए इन पौधों को जब्त कर लिया।
Rajsthan: एसपी के निर्देश पर हुई बड़ी कार्रवाई
मांडल थाना अधिकारी राजपाल सिंह ने बताया कि पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने जिले में नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इसी के तहत नशा तस्करों के खिलाफ लगातार पुलिस मुस्तैदी से काम कर रही है। जैसे ही पुलिस को सूचना मिली कि सरसों की फसल के पीछे अफीम की खेती हो रही है, तुरंत एक टीम गठित कर मौके पर छापा मारा गया। पुलिस को खेत की देखरेख करता एक नाबालिग मिला, जिसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
Rajsthan: नाबालिग ने किया खुलासा, मुख्य आरोपी की तलाश जारी
पुलिस पूछताछ में नाबालिग ने स्वीकार किया कि अफीम की खेती का मुख्य आरोपी मेजा ग्राम निवासी राजू तेली है। फिलहाल, पुलिस ने नारकोटिक्स विभाग को इस मामले की सूचना दे दी है और खेत से दो नमूने लिए गए हैं। जांच के बाद यदि अफीम की पुष्टि होती है, तो सभी पौधों को नष्ट करने की कार्रवाई की जाएगी। यह भी पता चला कि फसल को तैयार करने में काफी समय लगता है और अफीम निकालने के लिए डोडे पर चीरा लगाने की पूरी तैयारी हो चुकी थी।
Rajsthan: राजनीतिक संबंधों के चलते मुख्य आरोपी फरार
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि राजेंद्र उर्फ राजू तेली, जो इस अवैध खेती का मुख्य आरोपी है, वह स्थानीय राजनीति से जुड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि राजू तेली ने ग्राम सरपंच पद के लिए चुनाव लड़ा था और पूर्व राज्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता का करीबी बताया जाता है। पंचायत चुनाव में हारने के बाद भी वह राजनीति में सक्रिय था।
Rajsthan: एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज
पुलिस ने इस मामले में एनडीपीएस (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस) एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश में जुटी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और इस अवैध कारोबार में संलिप्त अन्य लोगों की भी जांच की जाएगी।
Rajsthan: अवैध नशे के कारोबार पर पुलिस की पैनी नजर
राजस्थान में बढ़ते नशे के मामलों को देखते हुए पुलिस और नारकोटिक्स विभाग लगातार सतर्कता बरत रहे हैं। पुलिस का कहना है कि इस तरह के मामलों पर कड़ी नजर रखी जा रही है ताकि किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों को रोका जा सके। भीलवाड़ा जिले में इस तरह की कार्रवाई से नशा तस्करों में डर का माहौल बन गया है। पुलिस और नारकोटिक्स विभाग मिलकर इस पूरे मामले की तह तक जाने में जुटे हुए हैं।
Leave a Reply