Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे को तगड़ा झटका देते हुए उनके कट्टर समर्थक माने जाने वाले पूर्व विधायक राजन सालवी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सालवी अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना में शामिल होने जा रहे हैं।
Maharashtra Politics: क्या उद्धव गुट में भगदड़ की शुरुआत?
राजन सालवी के इस्तीफे के बाद राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा तेज हो गई है कि क्या उद्धव गुट में भगदड़ की शुरुआत हो चुकी है? हाल ही में शिंदे गुट के नेताओं ने दावा किया था कि शिवसेना (यूबीटी) के कई नेता उनके संपर्क में हैं। अब सालवी के इस्तीफे से इन दावों को और बल मिला है।
Maharashtra Politics: राजन सालवी का राजनीतिक सफर और महत्व
रत्नागिरी जिले से पूर्व विधायक राजन सालवी शिवसेना (यूबीटी) में उद्धव ठाकरे के वफादार नेताओं में से एक माने जाते थे। उन्होंने कई वर्षों तक रत्नागिरी जिले में विधायक के रूप में पार्टी का प्रतिनिधित्व किया है। कोंकण क्षेत्र में खासकर लांजा, राजापुर और सखारपा इलाकों में सालवी की मजबूत पकड़ है और उनके समर्थकों की संख्या भी अच्छी खासी है। ऐसे में उनके पार्टी छोड़ने से उद्धव ठाकरे को इस क्षेत्र में बड़ा नुकसान हो सकता है।
Maharashtra Politics: शिंदे गुट में कब शामिल होंगे राजन सालवी?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राजन सालवी 13 फरवरी को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में औपचारिक रूप से शिवसेना में शामिल होंगे। उनके इस कदम को लेकर कई राजनीतिक अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन यह स्पष्ट है कि इससे महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर उथल-पुथल मचने वाली है।
Maharashtra Politics: राजन सालवी ने क्यों छोड़ी शिवसेना (यूबीटी)?
सूत्रों के अनुसार, राजन सालवी पार्टी में अपनी उपेक्षा से नाराज थे। हाल ही में विनायक राउत के साथ हुए विवाद में जब उद्धव ठाकरे ने विनायक राउत का समर्थन किया, तो इससे सालवी को गहरा धक्का लगा। वे इस फैसले से इतने आहत हुए कि उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला कर लिया।
Maharashtra Politics: 2024 के विधानसभा चुनाव में हार
राजन सालवी 2024 के विधानसभा चुनाव में हार गए थे। उन्हें एकनाथ शिंदे गुट के नेता किरण सामंत ने हराया था। अब उनके शिवसेना में शामिल होने से यह सवाल उठने लगा है कि क्या इससे शिंदे गुट को और मजबूती मिलेगी? हालांकि, इस घटनाक्रम से किरण सामंत नाराज बताए जा रहे हैं, क्योंकि सालवी की एंट्री उनके राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकती है। किरण सामंत राज्य सरकार में मंत्री उदय सामंत के भाई हैं।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में ‘ऑपरेशन टाइगर’ की चर्चा तेज
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे गुट द्वारा ‘ऑपरेशन टाइगर’ चलाए जाने की चर्चा जोरों पर है। इस ऑपरेशन के तहत उद्धव गुट के कई विधायकों और सांसदों को शिंदे गुट में शामिल करने की योजना बताई जा रही है। सालवी के इस्तीफे के बाद इस ऑपरेशन की अटकलों को और बल मिला है। शिंदे गुट के नेताओं का दावा है कि उद्धव गुट के छह और विधायक व सांसद उनके संपर्क में हैं।
Maharashtra Politics: राजनीतिक हलचल तेज
राजन सालवी के पार्टी छोड़ने से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। उद्धव ठाकरे के लिए यह बड़ा झटका साबित हो सकता है, क्योंकि उनके एक मजबूत समर्थक ने उनका साथ छोड़ दिया है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि शिवसेना (यूबीटी) में आंतरिक कलह गहराती जा रही है। वहीं, एकनाथ शिंदे के लिए यह एक बड़ी जीत मानी जा रही है, क्योंकि वे लगातार अपने गुट को मजबूत करने में लगे हुए हैं।
Maharashtra Politics: आगे क्या होगा?
अब सभी की निगाहें 13 फरवरी पर टिकी हैं, जब राजन सालवी आधिकारिक रूप से एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल होंगे। इसके बाद महाराष्ट्र की राजनीति में और भी बड़े उलटफेर देखने को मिल सकते हैं। अगर शिंदे गुट में और नेता शामिल होते हैं, तो इससे उद्धव ठाकरे के लिए भविष्य की राह और मुश्किल हो सकती है। वहीं, शिंदे गुट को इसका सीधा फायदा 2024 के आगामी लोकसभा चुनावों में मिल सकता है।