Palghar: महाराष्ट्र के पालघर जिले के मनोर इलाके में एक दुखद घटना सामने आई है। लाल बहादुर शास्त्री विद्यालय में 10वीं कक्षा के विदाई समारोह के दौरान शिक्षक संजय लोहार को दिल का दौरा पड़ा, जिससे उनकी मृत्यु हो गई। यह हादसा तब हुआ जब राष्ट्रगान गाया जा रहा था और वे मंच पर खड़े थे। उनके असामयिक निधन से पूरे स्कूल और समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई है।
Palghar: राष्ट्रगान के दौरान गिर पड़े शिक्षक
लाल बहादुर शास्त्री विद्यालय में 10वीं कक्षा के छात्रों के लिए विदाई समारोह आयोजित किया गया था। इस अवसर पर छात्रों ने रंग-बिरंगे कपड़े पहने थे और शिक्षकों ने उन्हें आशीर्वाद दिया। समारोह के दौरान भाषण दिए गए और कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ। जैसे ही राष्ट्रगान शुरू हुआ, शिक्षक संजय लोहार को अचानक सीने में तेज दर्द महसूस हुआ और वे मंच पर गिर पड़े।
Palghar: अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन नहीं बच सके
मौके पर मौजूद स्कूल प्रशासन और अन्य शिक्षकों ने तुरंत उन्हें उठाया और आनन-फानन में मनोर स्थित आस्था अस्पताल ले जाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार, संजय लोहार को कार्डियक अरेस्ट हुआ, जिससे उनकी मृत्यु हो गई।
Palghar: छात्रों और शिक्षकों के बीच बेहद लोकप्रिय थे संजय लोहार
शिक्षक संजय लोहार न केवल एक अनुशासित और मेहनती शिक्षक थे, बल्कि वे अपने सामाजिक कार्यों और विद्यार्थियों के प्रति समर्पण के लिए भी जाने जाते थे। वे हमेशा छात्रों की मदद करने के लिए तत्पर रहते थे और कठिन परिस्थितियों में भी सकारात्मक बने रहते थे। छात्रों और शिक्षकों के अनुसार, वे बेहद दयालु और संवेदनशील व्यक्ति थे, जो सभी से सम्मान के साथ पेश आते थे।
Palghar: विद्यालय में शोक का माहौल
इस घटना के बाद विद्यालय में शोक की लहर दौड़ गई। छात्रों और शिक्षकों के लिए यह विश्वास कर पाना मुश्किल हो गया कि उनके प्रिय शिक्षक अब इस दुनिया में नहीं रहे। जो समारोह कुछ देर पहले उत्साह से भरा था, वह अचानक मातम में बदल गया। छात्रों की आंखें नम थीं और पूरे स्कूल में उदासी का माहौल था।
Palghar: समाज में भी गहरा शोक
संजय लोहार के निधन से न केवल विद्यालय बल्कि पूरे मनोर इलाके में दुख का माहौल है। शिक्षक समुदाय और स्थानीय लोग उनकी सरलता और समाजसेवा को याद कर रहे हैं। पालघर जिले में उनके निधन पर शोक व्यक्त किया गया है और सोशल मीडिया पर भी लोग उनके प्रति संवेदना जता रहे हैं।
उनकी असमय मृत्यु ने एक बार फिर यह संदेश दिया है कि स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहना आवश्यक है। विद्यालय प्रशासन और छात्रों ने संजय लोहार को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और उनकी स्मृति को संजोने का संकल्प लिया।
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