NEW DELHI: दिल्ली में संसद भवन के पास एक व्यक्ति द्वारा खुद को आग लगाने की कोशिश का मामला सामने आया। यह घटना राजधानी के सबसे सुरक्षित और संवेदनशील इलाकों में से एक में हुई, जिसने सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासन पर सवाल खड़े किए।
NEW DELHI: घटना का विवरण
घटना 26 दिसंबर की सुबह हुई जब संसद भवन के बाहर एक व्यक्ति ने पेट्रोल डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया। वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत आग बुझाने की कोशिश की और घायल को पास के अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि, आग में गंभीर रूप से झुलसे व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई।
NEW DELHI: आत्मदाह की वजह का खुलासा
अब तक की जांच में आत्मदाह के पीछे का कारण पूरी तरह स्पष्ट नहीं हुआ है। पुलिस का कहना है कि मृतक व्यक्ति के पास से कोई सुसाइड नोट या अन्य जानकारी नहीं मिली है, जिससे उसकी मंशा का पता लगाया जा सके। हालांकि, अधिकारियों का मानना है कि यह घटना किसी व्यक्तिगत समस्या या राजनीतिक असंतोष का परिणाम हो सकती है।
NEW DELHI: सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता पर सवाल
इस घटना ने संसद भवन जैसे उच्च सुरक्षा क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। संसद भवन के आसपास हमेशा सख्त निगरानी रहती है, ऐसे में एक व्यक्ति का पेट्रोल लेकर पहुंचना और आत्मदाह करना सुरक्षा तंत्र की चूक को दर्शाता है। अधिकारियों ने कहा है कि घटना की जांच जारी है और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
NEW DELHI: इलाज के दौरान मौत
गंभीर रूप से झुलसे व्यक्ति को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे बचाने की भरसक कोशिश की। लेकिन जलने की गंभीरता के कारण व्यक्ति ने दम तोड़ दिया। अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि झुलसने की स्थिति 90% से अधिक थी, जिससे मरीज को बचाना मुश्किल हो गया।
NEW DELHI: पुलिस की जांच और अगला कदम
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मृतक की पहचान और उसके आत्मदाह के कारणों को समझने के लिए सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की जा रही है। इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां संसद भवन के आसपास की सुरक्षा को और कड़ा करने के उपाय कर रही हैं।
NEW DELHI: सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस घटना ने समाज और राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। कई नेताओं ने आत्मदाह जैसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन से गंभीर कदम उठाने की मांग की है। साथ ही, लोगों में बढ़ती हताशा और सरकार से संवाद की कमी पर चिंता व्यक्त की है।
संसद भवन के पास हुई यह दर्दनाक घटना समाज और प्रशासन दोनों के लिए एक चेतावनी है। आत्मदाह जैसे कदम उठाने वालों के लिए सहानुभूति व्यक्त करने के बजाय, उनकी समस्याओं का समाधान निकालने की जरूरत है। प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करना चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।