Madhya Pradesh : बाबा बागेश्वर का ममता कुलकर्णी पर तंज – “महामंडलेश्वर बनना आसान नहीं, जवाब किन्नर अखाड़ा देगा!”

Mamta kulkarni: प्रयागराज महाकुंभ 2025 में किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनीं बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहले शंकराचार्य और बाबा बागेश्वर ने इस पर आपत्ति जताई, फिर ममता कुलकर्णी ने पलटवार करते हुए धीरेंद्र शास्त्री को ‘नैपी बाबा’ कहकर संबोधित किया। इस विवाद ने धार्मिक और सामाजिक हलकों में हलचल मचा दी है।

 Mamta kulkarni: बाबा बागेश्वर की प्रतिक्रिया

बाबा बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने इस विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “जो उचित है, वही कहेंगे। सबकी अपनी जिंदगी है, लेकिन अनुचित को अनुचित ही कहेंगे। महामंडलेश्वर बनना आसान नहीं होता, इसका जवाब किन्नर अखाड़े के पास होगा।” उन्होंने यह भी कहा कि ममता द्वारा ‘नैपी बाबा’ कहे जाने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।

धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा, “मैं मन से भी बच्चा हूं और दिल से भी। कोई कुछ भी कहे, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। लोग मुझ पर टिप्पणी करते हैं, लेकिन मुझे इसकी चिंता नहीं है।”

 Mamta kulkarni: ममता कुलकर्णी ने लिया इस्तीफा वापस

ममता कुलकर्णी ने किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी, लेकिन दो दिन बाद उन्होंने अपना फैसला बदल दिया और इस्तीफा वापस ले लिया। उन्होंने एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि “मेरे पट्टा गुरु डॉ. श्री आचार्य लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने मुझे समझाया, जिसके बाद मैंने अपना इस्तीफा वापस लेने का निर्णय लिया। मैं अब साध्वी का जीवन जीती रहूंगी।”

 Mamta kulkarni: महाकुंभ में महामंडलेश्वर बनने पर विवाद क्यों?

ममता कुलकर्णी ने प्रयागराज महाकुंभ में पिंडदान करने के बाद किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर का पद ग्रहण किया था, लेकिन इस पर कई संतों और धार्मिक गुरुओं ने नाराजगी जाहिर की थी। उनका कहना था कि महामंडलेश्वर बनने के लिए वर्षों की कठोर तपस्या और साधना की जरूरत होती है, लेकिन ममता कुलकर्णी के लिए यह आसान नहीं हो सकता।

इस पर ममता कुलकर्णी ने कहा, “जितनी उनकी (बाबा बागेश्वर की) आयु है, उतनी तो मैंने तपस्या की है। मुझे महामंडलेश्वर बनने के लिए किसी की स्वीकृति की जरूरत नहीं है।”

 Mamta kulkarni: किन्नर अखाड़े का रुख

किन्नर अखाड़े की प्रमुख आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने ममता कुलकर्णी का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि “हमारे अखाड़े में जो भी महामंडलेश्वर बनता है, वह हमारी परंपरा और नियमों के अनुसार बनता है। अन्य अखाड़ों को इसमें दखल देने का कोई अधिकार नहीं है।”

 Mamta kulkarni: विवाद का भविष्य

इस पूरे विवाद के बीच धार्मिक संगठनों और अखाड़ों में मतभेद गहराते जा रहे हैं। जहां एक ओर कुछ संतों और धर्मगुरुओं ने ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने पर सवाल उठाए हैं, वहीं दूसरी ओर किन्नर अखाड़ा पूरी मजबूती से उनके समर्थन में खड़ा है।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस विवाद का कोई समाधान निकलेगा या फिर यह महाकुंभ के दौरान और ज्यादा गहरा जाएगा।

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