Palghar: महावितरण के खुले गड्ढे में पानी हुआ जमा, बच्चा गिरा, हुई मौत; लापरवाही पर उठे सवाल

Palghar: महाराष्ट्र के दहानू से एक ऐसी खबर आ रही है जिसे देखकर और सुनकर सभी लोग हैरान हो जाएंगे। बता दें कि, दहानू तालुका में महावितरण विभाग द्वारा टावर लाइन के लिए खोदे गए गड्ढे में डूबने से पांच वर्षीय बच्चे की मौत की दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है।मिली जानकारी के अनुसार मृतक लड़की का नाम सानिका संतोष पचलकर बताया जा रहा है। इसी के साथ परिवार के सदस्यों और स्थानीय लोगों ने यह आरोप लगाया है कि लड़की की मौत महावितरण के कुप्रबंधन के कारण हुई है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

Palghar: कैसे हुआ हादसा ?

महावितरण विभाग ने पिछले साल पालघर जिले के दहानू तालुक के सारणी इलाके में 132 केवी टावर लाइन के लिए तीन गड्ढे खोदे थे। लेकिन इन गड्ढों को बिना खोदे वैसे ही रखा गया। दायीं तीर नहर से पानी छोड़े जाने के कारण इस गड्ढे में पानी जमा हो गया। पांच साल की सनिका अपने घर के पास खेल रही थी, तभी अचानक उसका संतुलन बिगड़ गया और वह महावितरण द्वारा खोदे गए गड्ढे में गिर गई। चूँकि उसका परिवार खेतों में काम करने में व्यस्त था, इसलिए किसी ने उस पर ध्यान नहीं दिया। लेकिन शाम को परिवार के घर लौटने के बाद जब उन्हें पता चला कि लड़की घर में नहीं है तो उन्होंने खोजबीन शुरू की।

Palghar: तैरते हुए मिला शव

उसका शव महावितरण द्वारा खोदे गए गड्ढे के पानी में तैरता हुआ पाया गया। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना गुरुवार को हुई और कासा पुलिस स्टेशन में अचानक मौत का मामला दर्ज किया गया है। बच्चे की दुर्भाग्यपूर्ण मौत से पचलकर के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।इस घटना के बाद स्थानीय लोग भी महावितरण की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं। महावितरण विभाग ने 132 केवी टावर लाइन के लिए खेतों में गड्ढे खोदे थे। 

महावितरण द्वारा टावर लाइन के लिए खोदे गए गड्ढे में गिरने से दुर्भाग्यवश एक बच्चे की मौत हो गई। इस दुखद घटना के बाद दहानू विधायक विनोद निकोले ने भी मांग की है कि महाविद्या विभाग के अधिकारी और ठेकेदार के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाना चाहिए।

संबंधित विभाग से कई बार गड्ढों को भरने के लिए कहा गया है, लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि उन्होंने इसमें लापरवाही बरती है और महावितरण और ठेकेदार की लापरवाही के कारण पांच साल के बच्चे की मौत हो गई है। इसलिए स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल कदम उठाने और संबंधित ठेकेदार और अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *