Delhi Assembly Election 2025: आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी पर जमकर पलटवार किया है।बता दें कि, मामले को लेकर उन्होंने कहा कि अमित शाह देश की कानून व्यवस्था संभालने में पूरी तरह नाकाम रहे हैं। उनकी असफलता के चलते ही गुजरात, उत्तर प्रदेश और हरियाणा समेत पूरे देश में रोहिंग्या बसे हुए हैं।
प्रियंका कक्कड़ ने कहा, ”रोहिंग्याओं को देश में घुसने के लिए अमित शाह पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हो और रोहिंग्याओं को दिल्ली के बक्करवाला में बसाने के लिए हरदीप पुरी को गिरफ्तार किया जाए।” उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास दिल्ली के लिए न कोई काम है, न कोई विजन है और न ही कोई सीएम चेहरा है। अब बीजेपी को दिल्ली में अपनी हार तय दिख रही है। इसलिए ये लोग आम आदमी पार्टी के विधायकों पर केस कर रहे हैं।”
Delhi Assembly Election 2025: देश की सीमाओं की सुरक्षा भी उन्हीं के अधीन
आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता ने कहा, ”बीजेपी की बड़ी नेत्री स्मृति ईरानी ने एक बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया है, जिससे हम इत्तेफाक रखते हैं। दिल्ली की कानून व्यवस्था सीधे तौर पर अमित शाह के अधीन आती है और देश की सीमाओं की सुरक्षा भी उन्हीं के अधीन आती है।”
‘Delhi Assembly Election 2025: सीएम आतिशी के गिरफ्तार होने की भी पूरी संभावना
उन्होंने कहा, “दिल्ली का चुनाव आते-आते बीजेपी वाले ईडी-सीबीआई के छापे भी डलवाएंगे। इसमें सीएम आतिशी के गिरफ्तार होने की भी पूरी संभावना है। आज यह बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है कि देश में हर जगह रोहिंग्या कैसे घुस आए? इसको लेकर अमित शाह के ऊपर देशद्रोह का मुकदमा होना चाहिए। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने सार्वजनिक तौर पर बक्करवाला में रोहिंग्या बसाए हैं, उनको गिरफ्तार करना चाहिए।”
Delhi Assembly Election 2025: हरदीप पुरी की गिरफ्तारी है जरूरी
प्रियंका कक्कड़ ने कहा, ”हमने जो खुलासा किया था कि बीजेपी के सांसदों और मंत्रियों के घर पर लोकसभा चुनाव के समय जो केवल 4-5 वोट थे, वो 15 दिसंबर के बाद 40-45 तक कैसे पहुंच गए? क्या कहीं इन लोगों ने वोटों के लिए रोहिंग्या अपने घर में तो नहीं बसाए?
इसलिए बहुत जरूरी है कि हरदीप पुरी को गिरफ्तार किया जाए और अमित शाह की जवाबदेही तय की जाए। शनिवार को “आप’ ने बीजेपी के सांसदों और मंत्रियों के घर के पते पर 40 से 45 वोट जोड़ने की एप्लीकेशन आने का खुलासा किया था, कहीं इन लोगों वोटों के लिए रोहिंग्याओं को अपने घर में तो नहीं बसाए हैं।”