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10 Jan 2025, Fri

SIT investigation report: 4 दिन पहले हत्या की साजिश, सड़क खबर पर नाराजगी, रॉड से हमला, डेटा डिलीट

SIT investigation report

SIT investigation report: छत्तीसगढ़ के पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड को लेकर बढ़ी ख़बर सामने आ रही है। बता दें कि इस मामले को लेकर एसआईटी (स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम) ने बड़ा खुलासा किया है। घटना को लेकर जांच में यह पता चला है कि पत्रकार की हत्या की साजिश 4 से 5 दिन पहले ही रची गई थी। सबसे बड़ी जानकारी यह है कि मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर ने अपने बैंक खाते से 27 दिसंबर को बड़ी रकम निकाली थी, जो इस हत्या की साजिश का अहम हिस्सा साबित हुई। पुलिस को गुमराह करने के लिए मुकेश का मोबाइल तुमनार नदी के किनारे झाड़ियों में छुपाया गया था।

घटना के जांच में पता चला कि आरोपी सुरेश चंद्राकर और उसके साथी पत्रकार मुकेश चंद्राकर से भ्रष्टाचार उजागर करने की बात को लेकर कई दिन से नाराज चल रहे थे। इसी बात से  नाराज होकर उन्होंने हत्या की योजना बनाई। पुलिस को पता चला कि आरोपी ने कई महत्वपूर्ण डेटा अपने मोबाइल फोन से डिलीट कर दिए थे। पुलिस ने जांच के दौरान 100 से अधिक सीडीआर (कॉल डिटेल रिकार्ड) की जांच की है। पुलिस ने इस मामले में 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की है।

SIT investigation report: AI और OSINT टूल्स का भी किया गया है उपयोग

एसआईटी ने अपनी जांच में AI और OSINT टूल्स का भी उपयोग किया। यह पहली बार जब इस तरह के टूल्स को ऐसे हत्या कांड की जांच में इस्तेमाल किया गया है। हत्या में प्रयुक्त लोहे की रॉड और अन्य सामान भी बरामद किए गए हैं। आरोपियों ने बीजापुर-गीदम नेशनल हाईवे पर तुमनार नदी के पास हथियार छिपाए थे। मुकेश चंद्राकर का मोबाइल भी तुमनार नदी के पास पुलिया में तोड़कर फेंका था। आरोपी पुलिस को गुमराह करना चाहते थे।

SIT investigation report: मोबाइल की तलाश में जुटी पुलिस

पुलिस ने गोताखोरों की मदद से मोबाइल की तलाश की लेकिन मोबाइल ढूंढने में पुलिस को सफलता नहीं मिली। आरोपियों ने इस हत्या की वजह सड़क निर्माण के दौरान हुए भ्रष्टाचार को उजागर करने की खबर को बताया है। गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने सिर्फ छत्तीसगढ़ ही नहीं, बल्कि महाराष्ट्र और तेलंगाना पुलिस को भी अभियान में शामिल किया था।

सुरेश चंद्राकर के पास चार गाड़ियां थीं, जिन्हें हत्या के बाद पुलिस ने जब्त किया गया है। जांच में यह भी सामने आया कि सुरेश और उसके भाईयों ने हत्या से चार दिन पहले ही साजिश रची थी। इस खुलासे के बाद पुलिस ने इस मामले को और गहराई से जांचने का मन बना लिया है।

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