Haryana: जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में तैनात हरियाणा के पानीपत जिले के जवान सत्यजीत (25) की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत हो गई। मंगलवार को जवान का पार्थिव शरीर हेलिकॉप्टर से दिल्ली लाया गया और वहां से सेना की एम्बुलेंस के जरिए उनके पैतृक गांव शेरा भेजा गया। 12 फरवरी को जब शव घर पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया। गांव में अंतिम दर्शन के लिए शव रखा गया, जिसके बाद पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। हालांकि, इस दौरान सलामी देने वाली सेना की टुकड़ी मौजूद नहीं थी।
Haryana: शादी से पहले उठा जवान का जनाजा
सत्यजीत की शादी 5 अप्रैल को होनी थी, जिसकी तैयारियां जोरों पर थीं। शादी के लिए वह हाल ही में छुट्टी लेकर घर आए थे और शॉपिंग भी कर चुके थे। 9 फरवरी को वह ड्यूटी पर वापस लौटे थे, लेकिन परिवार को यह अंदाजा नहीं था कि अब वह कभी वापस नहीं लौटेंगे। 10 फरवरी को परिवार को सूचना मिली कि सत्यजीत को गोली लगी है, जिससे सभी चिंतित हो गए। 11 फरवरी को दोबारा फोन आया और बताया गया कि उनकी मौत हो चुकी है।
Haryana: नेशनल लेवल के शूटर थे सत्यजीत
सत्यजीत शूटिंग में राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी थे और उन्होंने गोल्ड मेडल भी जीता था। वह 6 साल पहले सेना की राष्ट्रीय राइफल्स (RR) बटालियन में स्पोर्ट्स कोटे से भर्ती हुए थे। अपनी कड़ी मेहनत के बल पर वह दो साल पहले हवलदार के पद पर पदोन्नत हुए थे। हाल ही में उन्हें आर्मी कमांडर पत्र से भी सम्मानित किया गया था।
Haryana: सेना से रिटायर्ड हैं सत्यजीत के पिता
सत्यजीत के पिता सज्जन सिंह खुद सेना से सूबेदार के पद से रिटायर हैं। उन्होंने करीब 8 साल पहले सेना की सेवा से विदाई ली थी। सत्यजीत बचपन से ही अपने पिता से प्रेरित थे और देश की सेवा करने का सपना देखते थे। उन्होंने स्पोर्ट्स में शानदार करियर होने के बावजूद सेना में जाने का फैसला किया।
Haryana: परिवार को मौत पर संदेह, नहीं मिला गोली लगने का सही कारण
परिवार सत्यजीत की मौत को लेकर कई सवाल उठा रहा है। उन्हें यह नहीं बताया गया कि गोली कैसे लगी और किन परिस्थितियों में यह घटना हुई। सत्यजीत के अंतिम संस्कार में कई मंत्री, विधायक और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए। उनका परिवार अभी भी जवान की मौत की सच्चाई जानने का इंतजार कर रहा है।