विस्तारः पालघर जिले के २० आवासीय आश्रम स्कूलो के छात्रों ने सोमवार को फूड्योयजींग का शिकार हो गये थे।
इन सभी आश्रम स्कूलो में रहने खाने की सुविधा उपल्बध रहती है।
पालघर जिला कलेक्टर गोंविद बोडके ने मिडिया को बताया की सोमबार को कलामगंज में केंद्रीय रसोई से खाना खाने के कुछ घंटो के भीतर ही छात्रो को उल्टी बेचैनी चक्कर जैसी समस्या होने लगी जिसके बाद करीब 250 आदिवासी छात्रो को उनके शिक्षको द्वारा नजदीकी स्पातालो में और स्वास्थ उपचार केंद्रों में ले जाया गया उसके बाद कलेक्टर ने बताया की उनमें 150 का अभी भी इलाज प्राथमिक स्वास्थ केंद्रो (पीएचसी) और कांसा, तलासरी वानगांव पालघर और मनोर के अस्पतालो मे इलाज चल रहा है जहां उनकी हालत स्थिर बताई गई है। जब की अन्य की छुट्टी दे दी गई है उन्होंने कहा की जाँच के आदेश दे दिये गये है।
डिएम समेत कई वरीष्ट अधिकारीयो ने आस्पतालों के दौरा एवं निरीक्षण किया।
बोड़के ने – न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक कहा की घटना की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने जिले के वरिष्ट अधिकारीयो के साथ स्वास्थ केंद्रो का जायजा लिए जहाँ छात्रो की भर्ती कराया गया था और केंद्रीय रसोई का भी निरीक्षण किया जहाँ से खाद्ध सामग्री मंगाई जाती थी वहा का भी जानकारी लिया गया।
खा ने का सैंपल लैब में भेजा गया
कलेक्टर ने बताया की औषधि प्रशासन एवं राज्य खाद्ध (FDA) और पुलिस कर्मियों ने भोजन के नमुने एकत्र किए और उस सेंपल को उन्हें जाँच परीक्षन के लिए प्रयोगशालाओं मे भेज दिया गया उन्होने कहा संबंधित उपविभाग मजिस्टेट एसडीएम घटना की सटीकता से जाँच करेंगे और वही एफडीए और और पुलिस अपनी स्वतंत्र जांच करेंगें
डिप्टी कलेक्टर सुभाष भगाडे ने बताया की प्रभावीत आश्रम स्कूल एकीकृत जनजातीय विकास परियोजना (IHDP) के तहत काम कर रहे थे और जिले के दहानु पालघर तलासरी और वसई तालुका में स्थित थे आगे की कार्रवाई संबंधित विभागद्वारा जल्द ही किया जाएगा।