Manmohan Singh Death:पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन की खबर ने पूरे देश को शोक में डाल दिया है। उनके निधन की पुष्टि होते ही देश के कोने-कोने से श्रद्धांजलि अर्पित करने का सिलसिला शुरू हो गया है। भारत के सबसे सुलझे और विद्वान प्रधानमंत्रियों में गिने जाने वाले मनमोहन सिंह का निधन उनके दिल्ली स्थित आवास पर हुआ। उनकी उम्र 91 वर्ष थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर गहरा दुख जताते हुए कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान देश के विकास और आर्थिक सुधारों में अविस्मरणीय है। उनका जीवन, उनकी सादगी और उनकी सोच हमें हमेशा प्रेरित करेगी।” सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही उनके अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास पर जा सकते हैं।
Manmohan Singh Death: 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद केंद्र सरकार ने पूरे देश में सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। इस दौरान सभी सरकारी भवनों और कार्यालयों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। किसी भी प्रकार के सरकारी उत्सव या कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे।
Manmohan Singh Death: राजनीतिक जगत में शोक की लहर
डॉ. सिंह के निधन की खबर सुनते ही राजनीति और अन्य क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियां उनके घर पहुंचने लगीं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने डॉ. सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। खड़गे ने कहा, “डॉ. सिंह का निधन सिर्फ कांग्रेस के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने देश को आर्थिक संकट से निकालकर नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।”
भाजपा, एनडीए और विपक्षी दलों के नेताओं ने भी डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, “भारत ने एक महान नेता खो दिया है। डॉ. सिंह का ज्ञान और उनका नेतृत्व हमेशा याद रखा जाएगा।”
Manmohan Singh Death: देशभर में श्रद्धांजलि सभाएं
डॉ. मनमोहन सिंह के सम्मान में पूरे देश में श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की जा रही हैं। उनके गृहनगर अमृतसर में हजारों लोग उनके सम्मान में इकट्ठा हुए। पंजाब सरकार ने डॉ. सिंह के योगदान को याद करते हुए विशेष श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला किया है।
Manmohan Singh Death: डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान
डॉ. मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। उनकी आर्थिक नीतियों और सुधारों ने भारत को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दिलाई। 1991 में वित्त मंत्री के रूप में उनके द्वारा लागू किए गए उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण के नीतिगत फैसले भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए मील का पत्थर साबित हुए। उनकी सादगी और विद्वत्ता के लिए उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा गया।
Manmohan Singh Death: अंतिम संस्कार की तैयारी
डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास पर रखा जाएगा। इसके बाद, दिल्ली के विजय घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
देश डॉ. मनमोहन सिंह को उनकी अद्भुत विद्वत्ता, शांत स्वभाव और योगदान के लिए सदैव याद करेगा। उनका निधन भारतीय राजनीति और समाज के लिए एक युग का अंत है।